जर्जर व्यावसायिक प्लाजा को लेकर पार्षदों ने मेयर को घेरा
जर्जर व्यावसायिक प्लाजा को लेकर पार्षदों ने मेयर को घेरा
सिंगरौली ब्यूरो चीफ महेश जायसवाल
जर्जर व्यावसायिक प्लाजा को लेकर पार्षदों ने मेयर को घेरा
भाजपा एवं कांग्रेस के पार्षदों ने नगर सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, बजट सत्र की बैठक में जमकर हुआ हंगामा, अब अगली बैठक सोमवार को
सिंगरौली 4 अप्रैल। नपानि सिंगरौली के सभागार में आज दिन शुक्रवार को सभापति देवेश पाण्डेय के अध्यक्षता में एवं आयुक्त डीके शर्मा व प्रभारी महापौर खुर्शीद आलम तथा उपायुक्त आरपी बैस के विशेष उपस्थिति में आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 सत्र की बजट को लेकर बैठक आयोजित की गई। भोजनावकाश तक हंगामा चलता रहा। दोपहर बाद बजट पर चर्चा शुरू हुई।
दरअसल नगर निगम में आगामी बजट को लेकर आज फिर बैठक आयोजित की गई। इसके पूर्व दो बार परिषद की बैठक किन्हीं न किन्हीं कारणों से स्थगित कर दी गई थी। आज बैठक शुरू होते ही विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू हो गया। सबसे पहले सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री का अचानक सभी सुविधाएं वापस लिये जाने पर पार्षद परमेश्वर पटेल सवाल दागने लगे। वहीं ननि अध्यक्ष देवेश पाण्डेय ने हस्तक्षेप करते हुये आयुक्त से जवाब मांगा, इसके बाद मामला शांत हुआ। साथ ही कार्यपालन यंत्री व सहायक यांत्रियों के प्रभार को लेकर गहमी-गहमा शुरू हुआ। अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि डीपीसी का गठन हो और विधि संगत कार्रवाई करें। अध्यक्ष ने यह भी सवाल उठाया कि एमआईसी में जो निर्णय होता है, उसकी जानकारी व प्रति अध्यक्ष एवं परिषद को नही दी जाती। आयुक्त ने भरोसा दिया है कि इसका शत-प्रतिशत पालन किया जाएगा। पार्षद प्रेमसागर मिश्रा ने आरोप लगाया कि एलईडी व बल्ब जो खरीदी की जा रहे हैं। गुणवत्ता विहीन है। इसकी जांच हो। पार्षद सीमा जायसवाल ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत वार्ड क्रमांक 31 में सड़क का कार्य हुआ, लेकिन अभी तक उसका भुगतान क्यों नही हुआ? जांच कमेटी सुस्त क्यों है? वही पार्षद कमलेश कुमार वर्मा ने ननि से नस्तियों के गायब होने का मुद्दा उठाते हुये खुब शोर-शराबा किया। पार्षद अनिल बैस ने कहा कि वार्ड में मंत्री के द्वारा भूमि पूजन किये जाने के छ: महीने बाद भी सड़क का कार्य शुरू नही हुआ। ऐसा क्यों सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? बीपीएल परिवार के घर में यदि कोई घटना घट जाती है और दाह संस्कार के लिए लकड़ी उपलब्ध कराने में ननि को परेशानियां क्यों होती हैं। हालांकि इसी बात को लेकर पार्षदों ने महापौर को घेर लिया। जिसका जवाब प्रभारी महापौर नही दें पाये। उधर वार्ड क्रमांक 42 के पार्षद संतोष शाह व अध्यक्ष के बीच नोंक-झोक शुरू हुई। अध्यक्ष ने पार्षद को कार्रवाई करने के लिए चेतावनी दे रहा है। वही बैठक में जर्जर शिवा जी कॉम्प्लेक्स का मसला उठा। अध्यक्ष ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इसकी जांच कराकर संबंधित ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करेंगे और नई दुकान बनाने के बाद ही कॉम्प्लेक्स को ध्वस्त करें। साथ ही व्यावसायिक प्लाजा में अनियमितता करने वाले अधिकारियों पर राशि वसूली करने का भी मुद्दा उठा। पार्षद शत्रुहन लाल शाह ने शिव कॉन्ट्रक्शन ठेकेदार के कार्यो की जांच कराकर उसे ब्लैकलिस्ट किये जाने का मामला जोर-शोर से उठाया । जिसका समर्थन कई पार्षदों ने किया।
एमआईसी व मेयर ने बजट में किया कटौती, हुआ हंगामा
वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में करीब 137 करोड़ रूपये कटौती किये जाने को लेकर भाजपा-कांगे्रस के पार्षद हंगामा करते हुये प्रभारी मेयर व आयुक्त से जवाब मांगने लगे। इस दौरान वित्त लेखा अधिकारी सत्यम मिश्रा ने परिषद में बताया कि एमआईसी एवं मेयर के द्वारा बजट में कटौती की गई है। इतना सुनते ही प्रभारी मेयर को घेरते हुये नारेबाजी शुरू कर दी है। अंत में प्रभारी मेयर ने जवाब देने में असमर्थता जाहिर करते हुये कहा कि इसका जवाब अधिकारी देंगे। प्रभारी मेयर के उक्त बात को मिनिट्स में लाया गया। वही पार्षद अखिलेश सिंह ने मेयर को सवालो में घेरते हुये एक-एक प्रश्रों का जवाब मांगा है। लेकिन संतुष्ट भरा जवाब नही मिला। अंतत: बैठक सोमवार के लिए स्थगित कर दी गई।
व्यावसायिक प्लाजा को लेकर प्रभारी महापौर को पार्षदों ने घेरा
जिला मुख्यालय बैढ़न के अम्बेडकर चौक समीप स्थित जर्जर व्यावसायिक प्लाजा को लेकर प्रभारी महापौर को पार्षदों ने घेर लिया और कहा कि व्यापारियों के लिए यह ज्वलंत समस्या है। परिषद की बैठक में इसी क्यों नही शामिल किया गया। भाजपा-कांग्रेस के सभी एक स्वर से प्रभारी महापौर खुर्शीद आलम से जवाब मांगने लगे। उनके उल्टा-सीधा एवं बेतुका जवाब से पार्षद बिफर कर हंगामा करने लगे। अखिलेश सिंह ने सवालों की झड़ी लगाते हुये महापौर को घेर लिया और उनपर गंभीर आरोप मढ़ते हुये कहा कि परिषद व पार्षदों को बदनाम करना बन्द करें। उन्होंने जो चुनाव के समय जो जनता से वादा किया था उसे पूरा नही किया है। अध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों के लिए यह गंभीर मुद्दा है। इसके लिए शीघ्र ही अलग से बैठक बुलाकर किसी ठोस नतीजे पर पहुंचना है। यह बैठक शीघ्र ही बुलाई जाएगी।
शहर के साफ-सफाई को लेकर पार्षदों ने ठेकेदार को घेरा
नगर निगम क्षेत्र के साफ-सफाई लचर व्यवस्था को लेकर भाजपा-कांग्रेस के पार्षद से लेकर ननि अध्यक्ष भी खफा दिखें। एक ओर जहां पार्षदों ने सीटा डेल के ठेकेदार को घेरा दूसरी ओर सीटा डेल कंपनी के कचरा उठाने के लिए कितने वाहन लगेें हैं, उसका महीने में कितना भुगतान हो रहा है, पीएफ कट रहा है कि नही, पार्षद शेखर सिंह, प्रेमसागर मिश्रा, सीमा जायसवाल, परमेश्वर पटेल, अखिलेश सिंह सहित अन्य पार्षदों ने एक के बाद एक सवालों झड़ी लगा दी। अध्यक्ष के निर्देश पर उपायुक्त ने पूरे स्थिति से अवगत कराते हुये कहा कि वर्तमान में कुल 78 वाहन हैं, 10 कचरा वाहन और आने वाले हैं। वही पार्षद सीमा जायसवाल व प्रेमसागर मिश्रा, अनिल बैस समेत अन्य पार्षदों ने ननि में स्टोर प्रभारी नियुक्त न किये जाने पर सवाल उठाया है। अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा है कि बिना स्टोर प्रभारी के सामग्री कैसे क्रय हो रही है और कहां जा रही है। इसका लेख-जोखा किसके पास है।
बिना वर्क ऑर्डर के लगने लगे सीसीटीव्ही कैमरे
बैठक में सीसीटीव्ही कैमरे को लेकर भाजपा-कांग्रेस के पार्षदों ने शोर-शराबा करते हुये सवाल उठाया कि अभी तक शहर में सीसीटीव्ही कैमरा लगाने के लिए टेन्डर हुआ है। वर्क ऑर्डर हुआ नही और नगरीय क्षेत्र में सीसीटीव्ही कैमरे लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। यह किसके आदेश से हो रहा है। ठेकेदार अभी तय हुआ नही, फिर यह कार्य कैसा? इसी बात को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। अध्यक्ष ने आयुक्त से जवाब मांगा, जहां आयुक्त ने बताया कि डीएमएफ से 7 करोड़ रूपये मिला है। जिसमें 5 करोड़ रूपये सीसीटीव्ही कैमरे के हैं। यदि बिना वर्क ऑर्डर के कैमरे लगाये जा रहे हैं तो इसे निरस्त किया जाएगा और कहां-कहां कैमरा लगाना है। इसमें वार्ड पार्षदों से भी सलाह-मसविरा लिया जाएगा। पार्षद सीमा जायसवाल ने सवाल उठाया कि आखिरकार किसके अनुमति से कैमरे लग रहे हैं।