सिंगरौली: वर्षों से जमा खनिज अधिकारी का जिले से नहीं हो रहा मोहभंग स्थानांतरण नीति बनी मजाक!*
सिंगरौली: वर्षों से जमा खनिज अधिकारी का जिले से नहीं हो रहा मोहभंग स्थानांतरण नीति बनी मजाक!*
*सिंगरौली: वर्षों से जमा खनिज अधिकारी का जिले से नहीं हो रहा मोहभंग स्थानांतरण नीति बनी मजाक!*
*माइनिंग के कई अवैध कार्यों में लिफ्ट तो अधिकारी का हुआ था तबादला फिर भी चारागाह बनी सिंगरौली*
07वर्षों से सिंगरौली जिले में हनुमान की तरह पांव जमाई बैठा खनिज अधिकारी एके राय का स्थानांतरण होने के बाद भी सिंगरौली जिला छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है डेढ़ महीने पहले ही खनिज अधिकारी का सिंगरौली जिले से अनूपपुर जिले के लिए ट्रांसफर हुआ था लेकिन नई खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल ने अपना पदभार संभाला है वहीं सूत्रों की माने तो खनिज अधिकारी एके राय सिंगरौली में ही जमा हुआ है, इतना ही नहीं सूत्र यह भी बताते हैं कि खनिज अधिकारी एके राय बाकायदा छुट्टी लेकर सिंगरौली के ऑफिस में देखा जा रहा है और सरकार को सीधा चुनौती दे रहा है।
*सूत्रों के हवाले से खबर है कि खनिज अधिकारी एके राय स्वस्थ का हवाला देते हुए* सिंगरौली में ही अपना जुगाड़ फिर से बनाने में लगा है प्रशासन के गाइडलाइन को मनाना अधिकारी के लिए उचित होगा या अनुचित यह प्रशासन ही तय करेगा लेकिन जिले में डेढ़ महीने से बैठा अधिकारी लीव पर आखिर प्रशासन इस मामले में विस्तृत जानकारी क्यों नहीं ले रही है।
सरकार अगर कठोर एक्शन लेगा तभी राय रियासत सिंगरौली छोड़कर अनूपपुर जिले में पदभार ग्रहण करने की संभावना है अथवा असंभव साबित हो रहा।
*मुख्यमंत्री जी जिले में बैठा पूर्व खनिज अधिकारी खुलेआम दे रहा सरकार को चुनौती*
आपको बताते चलें खनिज अधिकारी का जो करनी है इससे साफ-साफ स्पष्ट हो रहा है कि सरकार के नीति और नियम के विपरीत दिखता है यह अधिकारी स्थानांतरण के बावजूद भी सिंगरौली में जमा हुआ है जिसके कारण विभागीय अधिकारियों की भी छवि धूमिल करने में लगा है पिछले ही महीने सरकार के प्रमुख सचिव को भी खुली चुनौती दे रहा था लेकिन अब सीधे मुख्यमंत्री जी आपको चुनौती देने में लगा, यह खनिज अधिकारी आखिर क्यों सिंगरौली में जमा आप ही बता दीजिए
*याद हो कि सरकारी माफिया सौरभ शर्मा के तर्ज पर सिंगरौली में एक राय भी साबित हो रहे है….*
सूत्रों के माने तो खनिज अधिकारी एके राय सौरभ शर्मा से भी बड़ा माफिया साबित हो रहे हैं जो सरकार के करोड़ों रुपए साल भर में चुना लगाया था, तर्ज वही है की सिंगरौली जिले में दर्जनों अवैध क्रेशर संचालित हैं जो सारे नियमों को ताक पर रखकर अधिकारी के इशारे पर कार्य कर रही हैं कोयले में मिलावट गैंग सक्रिय है जिस पर अधिकांशत अधिकारी का ही नाम आ रहा है।
*मुखिया जी देखना होगा कि इस पूरे मामले पर आप क्या कुछ जांच करवाते हैं और कब तक यह अधिकारी अपने जिले में पदभार ग्रहण करता है…*