बारिश की पूर्वाहा नहीं करते हुए शहीद को दी अंतिम विदाई ।
बारिश की पूर्वाहा नहीं करते हुए शहीद को दी अंतिम विदाई ।
बारिश की पूर्वाहा नहीं करते हुए शहीद को दी अंतिम विदाई ।
दांता कस्बे के की निकटवर्ती तुलिका चाणावास का लाडला शाहिद दिनेश कुमार बुरड़क के शहीद होने पर दांता कस्बे के रिंगस बस स्टैंड से उत्तर के विभिन्न मार्गो से होती हुई तिरंगा यात्रा शाहिद के पैतृक गांव तुलीकेचारणव तक पहुंची इसके दौरान प्रशांत में भीगते हुए लोगों ने जय जयकार के नारे लगाते हुए वीर शहीद के गांव तक पहुंचे और दांता ग्राम के कई स्कूली बच्चों ने एवं बच्चियों ने तिरंगा हाथ में लिए दांता कस्बे को को गुंजा दिया जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक दिनेश तेरा नाम रहेगा पार्थिव शरीर शनिवार को उनके घर पहुंचने पर उनकी पत्नी प्रियंका धायल उनके शरीर से लिपटकर रोने लग गई व परिवार वाले लिपटकर रोने लग गये । जयपुर से आए हुए जवानों ने गार्ड ऑफ आनर दिया गया । इस दौरान उनके पार्थिव शरीर कि देह पर सीकर के सैनिक कल्याण बोर्ड वारंट